फिबोनाची रिट्रेसमेंट क्या है?

यदि आप शेयर बाजार में निवेश या ट्रेडिंग करते हैं, तो आपने "फिबोनाची रिट्रेसमेंट" शब्द ज़रूर सुना होगा। यह एक तकनीकी विश्लेषण उपकरण (technical analysis tool) है जो यह अनुमान लगाने में मदद करता है कि किसी शेयर की कीमत कब और कितनी दूर तक नीचे (या ऊपर) जाकर दोबारा अपने मूल दिशा में लौट सकती है।

इस लेख में आप जानेंगे:

  • फिबोनाची रिट्रेसमेंट क्या होता है?

  • इसका उपयोग कैसे करें?

  • चार्ट पर इसे कैसे लगाया जाता है?

  • निवेशकों की सामान्य गलतियाँ क्या होती हैं?

  • और कुछ विशेष सुझाव जो आपको कुशल निवेशक बना सकते हैं।


फिबोनाची रिट्रेसमेंट का इतिहास और आधार

फिबोनाची अनुक्रम (Fibonacci Sequence) एक गणितीय श्रंखला है जिसकी खोज इटली के गणितज्ञ लिओनार्डो फिबोनाची ने की थी। यह श्रंखला इस प्रकार होती है:
0, 1, 1, 2, 3, 5, 8, 13, 21, 34, ...

इस श्रंखला में हर अगली संख्या, पिछली दो संख्याओं का योग होती है। इसी श्रृंखला से कुछ विशेष अनुपात निकाले गए हैं जो स्टॉक मार्केट में अत्यंत प्रभावी माने जाते हैं। फिबोनाची रिट्रेसमेंट के मुख्य स्तर हैं:

  • 23.6%

  • 38.2%

  • 50% (यह फिबोनाची नहीं है परंतु महत्वपूर्ण माना जाता है)

  • 61.8% (सुनहरा अनुपात – Golden Ratio)

  • 78.6%

इन स्तरों का उपयोग यह जानने के लिए किया जाता है कि जब कोई शेयर ऊपर या नीचे जाता है, तो वह कहां तक वापस आ सकता है।


फिबोनाची रिट्रेसमेंट का उपयोग स्टॉक मार्केट में कैसे करें?

फिबोनाची रिट्रेसमेंट का उपयोग मुख्यतः समर्थन (Support) और प्रतिरोध (Resistance) स्तरों को पहचानने के लिए किया जाता है। जब कोई स्टॉक तेज़ी से ऊपर या नीचे जाता है, तो विश्लेषक फिबोनाची स्तरों का उपयोग यह समझने के लिए करते हैं कि कीमत कहां से पलट सकती है।

चरण-दर-चरण प्रक्रिया:

1. रुझान (Trend) की पहचान करें

  • यदि कीमत ऊपर जा रही हो (तेज़ी का रुझान), तो आप नीचे से ऊपर फिबोनाची रिट्रेसमेंट लगाएंगे।

  • यदि कीमत नीचे जा रही हो (मंदी का रुझान), तो आप ऊपर से नीचे इसे लगाएंगे।

2. फिबोनाची रिट्रेसमेंट उपकरण का चयन करें

  • किसी भी चार्टिंग प्लेटफॉर्म जैसे ट्रेडिंग व्यू, ज़ेरोधा या अपस्टॉक्स पर यह उपकरण मिलता है।

  • चयन करने के बाद, आपको "स्विंग लो" और "स्विंग हाई" के बीच रेखा खींचनी होती है।

3. स्तरों की पहचान करें

अब आपके चार्ट पर कुछ क्षैतिज रेखाएं दिखाई देंगी, जो ऊपर बताए गए अनुपात पर आधारित होती हैं। ये संभावित समर्थन या प्रतिरोध स्तर होते हैं।

4. प्रवेश और निकास बिंदुओं की योजना बनाएं

  • यदि कीमत किसी स्तर तक नीचे जाकर फिर से ऊपर जाने लगे, तो वह खरीदने का अच्छा संकेत हो सकता है।

  • यदि कीमत ऊपर जाकर किसी स्तर से नीचे आने लगे, तो वह बेचने का अच्छा अवसर हो सकता है।


उदाहरण द्वारा समझें

मान लीजिए रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का शेयर ₹2000 से ₹2500 तक गया है। अब यह थोड़ी गिरावट के बाद दोबारा ऊपर जाने की संभावना दिखा रहा है।

यदि आप ₹2000 को "स्विंग लो" और ₹2500 को "स्विंग हाई" मानकर फिबोनाची रिट्रेसमेंट लगाते हैं, तो आपको निम्न स्तर मिलेंगे:

  • 23.6% = ₹2382

  • 38.2% = ₹2309

  • 50% = ₹2250

  • 61.8% = ₹2191

अब यदि कीमत ₹2309 तक गिरकर फिर ऊपर जाने लगे, तो यह एक संभावित खरीद अवसर हो सकता है।


फिबोनाची रिट्रेसमेंट का उपयोग किन बाजारों में किया जा सकता है?

  • शेयर बाजार (Stock Market)

  • सूचकांक (जैसे Nifty, Sensex)

  • वस्तु बाजार (Commodities)

  • विदेशी मुद्रा बाजार (Forex)

  • क्रिप्टो करेंसी बाजार


फिबोनाची रिट्रेसमेंट के लाभ

✔ प्रयोग में सरल
✔ स्पष्ट समर्थन और प्रतिरोध स्तर प्रदान करता है
✔ प्रवेश और निकास की योजना बनाने में सहायक
✔ जोखिम प्रबंधन को आसान बनाता है
✔ किसी भी समयावधि (Time Frame) में उपयोगी – 5 मिनट से लेकर सप्ताह तक


आम गलतियाँ जो निवेशक करते हैं

❌ केवल फिबोनाची स्तरों पर ही भरोसा कर लेना
❌ गलत "स्विंग हाई" और "स्विंग लो" का चयन करना
❌ अन्य संकेतकों के बिना निर्णय लेना
❌ यह मान लेना कि हर बार 61.8% स्तर से कीमत पलटेगी
❌ बाज़ार की समग्र स्थिति की अनदेखी करना


फिबोनाची रिट्रेसमेंट को अन्य तकनीकी उपकरणों के साथ मिलाकर कैसे उपयोग करें?

बेहतर परिणामों के लिए आप निम्नलिखित उपकरणों के साथ इसका संयोजन कर सकते हैं:

  • आरएसआई (RSI) – यह बताता है कि स्टॉक अधिक खरीदा या बेचा गया है या नहीं।

  • एमएसीडी (MACD) – यह रुझान की पुष्टि करने में सहायक है।

  • मूल्य क्रिया (Price Action) – जैसे कैंडल पैटर्न (हैमर, बुलिश एंगलफिंग आदि) के साथ।

  • वॉल्यूम विश्लेषण – अधिक मात्रा (High Volume) पर फिबोनाची स्तर से पलटना मजबूत संकेत देता है।


शुरुआती निवेशकों के लिए विशेष सुझाव

🔥 फिबोनाची को अन्य संकेतकों के साथ मिलाकर प्रयोग करें
🔥 चार्ट पर बार-बार अभ्यास करें
🔥 समर्थन और प्रतिरोध को एक ज़ोन के रूप में देखें, न कि एक निश्चित बिंदु के रूप में
🔥 हमेशा स्टॉप लॉस का प्रयोग करें
🔥 बाजार की दिशा को समझने के बाद ही निर्णय लें


निष्कर्ष: क्या फिबोनाची एक भरोसेमंद तकनीक है?

फिबोनाची रिट्रेसमेंट एक अत्यंत प्रभावी और लोकप्रिय तकनीकी विश्लेषण उपकरण है। इसका सही और संयमित उपयोग आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है। हालांकि यह कोई जादुई उपकरण नहीं है, लेकिन यदि इसे अनुशासन और अनुभव के साथ प्रयोग किया जाए, तो यह आपके निवेश में उत्कृष्ट लाभ दे सकता है।


🔍 प्रश्नोत्तर (FAQs)

प्रश्न 1: क्या फिबोनाची रिट्रेसमेंट हर बार काम करता है?
उत्तर: नहीं, यह केवल संभाव्यता (probability) पर आधारित एक उपकरण है, पूर्णतः भरोसा नहीं किया जा सकता।

प्रश्न 2: क्या शुरुआती निवेशक इसका उपयोग कर सकते हैं?
उत्तर: हाँ, यदि आप इसे सही तरीके से सीखें और अभ्यास करें तो यह उपयोगी सिद्ध हो सकता है।

प्रश्न 3: क्या फिबोनाची स्तर अपने आप बनते हैं?
उत्तर: नहीं, आपको स्वयं स्विंग हाई और स्विंग लो को चुनना होता है।

प्रश्न 4: सबसे महत्वपूर्ण फिबोनाची स्तर कौन सा है?
उत्तर: 61.8% स्तर को "गोल्डन रेशियो" कहा जाता है और यह अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है।


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